रक्त (Blood)
रक्त को मानव जीवन का आधार माना गया है जिसकें बिना जीवन की कल्पना करना भी सम्भव नही है। यह एक प्रकार का संयोजी ऊतक है। जो तरल अवस्था में पाया जाता है। रक्त की मात्रा हमारें शरीर में शरीर के वजन का लगभग 7% माना गया है। एक स्वस्थ वयस्क मनुष्य में इसकी मात्रा लगभग 6 लीटर होती है। रक्त हमारें शरीर में रक्त वाहिनियों में प्रवाहित होता है, जो हद्य के संकुचन से हद्य के सभी अंगो तक पहुँचाया जाता है। रक्त एक प्रकार का संयोजी ऊतक है जो 55% प्लाज्मा तथा 45% रक्त कोशिकाओं से मिलकर बना होता है।
रक्त के कार्य–
- रक्त एक मात्र ऐसा माध्यम है जिसकें द्वारा आँक्सीजन ऊतकों तक पहँचायी जाती है।
- रक्त के प्रमुख कार्यों में एक प्रमुख कार्य यह भी है कि यह शरीर से या ऊतकों से कार्बनडाईआक्साइड
(CO2) को फेफड़ों में लाता है। जहाँ से इसका निष्कासन होता है। - रक्त शरीर के तापमान नियमन में भी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है।
- रक्त के द्वारा शरीर में पोषक तत्वों को विभिन्न अंगो व उत्तकों तक ले जाया जाता है।
- रक्त हिमोग्लोबिन को भी बाँधे रखता है, जो आँक्सीजन को शरीर के विभिन्न अंगो और कोशिकाओं तक ले
जानें में सहायक होता है। - रक्त के द्वारा शरीर में उपस्थित अपशिष्ट पदार्थों को उत्सर्जी अंगों तक ले जाया जाता है तथा वहाँ शरीर
से बाहर निकाल दिया जाता है। - रक्त शरीर को रोगों से लड़नें की शक्ति प्रदान करता है, रक्त में उपस्थित कोशिकाएँ हानिकारक जीवाणुओं
का भक्षण कर उन्हे नष्ट कर देती है। - रक्त रोगों के निदान तथा जाँच में भी मदद करता है।