डेंगू बुखार (Dengue Fever)
परिचय- यह एक वायरल बुखार है जो एडीस इजपटी मच्छर के काटनें से होता है। डेंगू अरबोवायरस की चार प्रजातियाँ होती हैं जिन्हे टाइप 1,2,3,4 के नाम से जाना जाता है। यह वायरस केवल मनुष्य या एडीस मच्छर में ही पाया जाता है।
लक्षण –
मच्छर के काटनें के 5-8 दिन बाद, मरीज को
- तेज सिर दर्द
- आँखों के ऊपर दर्द
- कमर दर्द, जोड़ों का दर्द
- सर्दी के साथ बुखार चढ़ना
- भुख न लगना
- मुहँ का स्वाद कड़वा हो जाना
- कमजोरी
- जब रोग अधिक बढ़ जाता है तब शरीर पर लाल चकत्तें हो जाते हैं।
- खून की नलियाँ कमजोर होने से नाक से खून आना पेशाब या
लेट्रीन के रास्ते खून आना रोग की तीव्रता को दर्शाता है।
जाँच –
- TLC कम हो जाती है।
- Platelet Count धीरें धीरें गिरनें लगते है।
- पेशाब जाँच में एल्ब्यूनियम आ जाता है।
मरीज जिन्हे अस्पताल में भर्ती करवाना चाहिए-
- यदि घरवालें ज्यादा परेशान हो या घर में देखभाल संभव न हो।
- बहुत कमजोर जो खाना पीना न कर सकें।
- अचानक रक्तस्राव शुरु हो जायें।
- प्लेटलेट्स संख्या 50,000 या उससे भी कम हो जायें।
- पेट दर्द, उल्टियाँ।
- पानी की कमी हो जायें।
आपातकालीन भर्ती –
- यदि नब्ज तेज चल रही हो औऱ बुखार न हो।
- त्वचा ठंडी पड़ जायें।
- प्लस दाब 20
- ब्लड प्रेशर कम हो जायें।
- पेशाब कम उतरें।
- बेहोशी की हालत।
- नोट- डेंगू हेमोरेजिक बुखार एक तीव्र रुप है जिसमें खून का बहना और मरीज बेहोश हो जाता है। इसका उचित समय पर इलाज नही किया जायें तों मरीज की मृत्यु तक हो जाती है।
- यह मच्छर केवल दिन में ही काटता है ओर स्वच्छ पानी जो कुछ दिनों से रुका हुआ है उसी में पनपता है।